सतीश कुमार धारा लक्ष्य समाचार
बाराबंकी। एक तरफ जहां ज्येष्ठ माह की तपती धूप से जन जीवन अस्त व्यस्त है वहीं सरकार द्वारा लगाए गए सैकड़ों इंडिया मार्का नल केवल शो पीस बनकर प्यासे लोगों को मुंह चिढ़ा रहे हैं।परंतु संबंधित विभाग इस जटिल समस्या से अंजान बना हुआ है।
उदाहरण के तौर पर मानवता की सेवा के लिए विश्व विख्यात श्री राम वन कुटीर हड़िया कोल आश्रम के स्वामी राम दास महाराज स्मृति चिकित्सालय के सामने रोड किनारे लगे दोनों इंडिया मार्का हैंडपंप खराब अवस्था में पड़े है।
इस तपती भीषण गर्मी में अगर कोई राहगीर प्यासा है तो उसको लगे हुए इन हैंडपंपों से पानी नहीं नसीब होगा। एक हैंडपंप में बालू युक्त पीला गंदा पानी आ रहा है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है ।

जबकि दूसरा हैंडपंप निष्प्रयोज्य शो पीस बना हुआ रिबोर होने की बाट जोह रहा है। विभाग कुम्भकरणी नींद में सो रहा है। जानकारी के बावजूद कानों में जूं नहीं रेंग रहा।यह एक बानगी मात्र है जिले में ऐसे सैंकड़ों इंडिया मार्का हैंडपंप केवल सफेद हांथी बनकर प्यासे लोगों को मुंह चिढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं।
आश्रम के बाहर सड़क किनारे लगे हुए दोनों हैंडपंपों के बारे में जब आश्रम के बाबा शिव बरन दास से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि एक वर्ष पहले विभाग से शिकायत की गई ।
और मीडिया में खबर चली तो विभाग के कानों में जूं रेंगी और आनन-फानन में विभाग द्वारा उस समय रिबोर करवा कर अपना पल्ला झाड़कर कागजों पर खाना पूर्ति कर दी गई थी रिबोर होने के बाद दोनों हैंडपंपों की स्थिति जस की तस है। वहीं हर गुरुवार को रामकृष्ण मिशन ट्रस्ट स्वामी विवेकानंद पाली क्लीनिक लखनऊ के डाक्टरों की टीम मरीजों का निशुल्क इलाज के लिए आती है।
जिसमें हजारों की संख्या में मरीज आते हैं। क्षेत्रवासियों ने बताया कि एक नल से पीला बालू युक्त गंदा पानी आ रहा है अगर कोई राहगीर इस नल का पानी पी ले तो वह बीमार हो जाएगा वहीं कुछ दूरी पर लगा दूसरा नल से लगभग डेढ़ वर्षों से पानी नहीं दे रहा। दोनों नल सिर्फ शो पीस बने हुए प्यासे राहगीरों को मुंह चिढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं।
