बाराबंकी, 19 मई। शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है, राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका अतुलनीय है, शिक्षक नवाचारों का जनक भी होता है, नवान्वेषण से वह समाज को नयी दिशा प्रदान करता है।
उक्त विचार रामनगर पी०जी० कॉलेज रामनगर बाराबंकी में शोध एवं प्रभारी कक्ष के उद्घाटन करने तथा बी०एड० एवं राजनीतिशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित “राष्ट्र निर्माण में भावी शिक्षकों की भूमिका” विषय पर बौद्धिक परिचर्चा करते हुये श्री असीम अरूण, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने व्यक्त किये।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा प्रभारी कक्ष का भव्य उद्घाटन माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। मा. राज्यमंत्री द्वारा समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान छात्रावास में कमियां पाए जाने पर संबन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए।
मा. राज्यमंत्री द्वारा महाविद्यालय परिसर में हरिशंकरी समूह के वृक्षों (पीपल, पाकड़, बरगद) का रोपण भी किया गया।

अतिथियों का स्वागत, आयोजक डॉ० आजाद प्रताप सिंह ने करते हुये माननीय मंत्री जी से छात्रावास के नवीनीकरण की मांग की। माननीय राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग तथा छात्रावास के नवीनीकरण हेतु वांछित धनराशि की स्वीकृति प्रदान करने की बात कही। समारोह में आये अतिथियों का आभार बी०एड० विभागाध्यक्ष प्रो० कृष्ण कुमार सिंह ने किया। समारोह का कुशल संचालन डॉ० अखिलेश ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक प्रो० सुनीत कुमार सिंह, डॉ० मनोज कुमार सिंह, डॉ० अखिलेश कुमार वर्मा, डॉ० विश्वेश कुमार मिश्र, डॉ० अमरजीत सिंह, डॉ० कृष्ण प्रताप सिंह, डॉ० पंकज जायसवाल, सुश्री रानी सैनी, डॉ० शैलजा दीक्षित आदि की उपस्थिति रही।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० कौशलेन्द्र विक्रम मिश्र तथा आयोजक डॉ० आजाद प्रताप सिंह ने माननीय मंत्री जी का माल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के सचिव, उपजिलाधिकारी रामनगर श्री विवेकशील यादव, श्रेत्राधिकारी सुश्री गरिमा पंत, श्री संतोष कुमार सिंह, मुख्य नियन्ता डॉ० राम कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
