Barabanki News:बाहर से दवाएं लिखी तो सम्बंधित डॉक्टर पर होगी कार्यवाही : डीएम

धारा लक्ष्य समाचार

बाराबंकी। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, प्रशिक्षु आईएएस तेजस के., और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अवधेश कुमार यादव सहित संबंधित अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की बैठक कर स्वास्थ्य कार्यो की गहन समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी सीएचसी अधीक्षक यह सुनिश्चित कर ले कि उनकी सीएचसी और पीएचसी पर चिकित्सक बाहर से दवाएं न लिखे नहीं तो उनपर कार्यवाही की जाएगी।

साथ ही यह भी सुनिश्चित कर ले कि प्राइवेट लोग कहीं पर कार्य करते न मिले। सभी चिकित्सक व स्टॉफ के लोग अपने नाम व पदनाम की नेमप्लेट लगाएंगे और निर्धारित वेशभूषा में ही अस्पताल में नजर आएंगे। मरीजों के पर्चे पर चिकित्सक के नाम की मुहर साइन और तारीख जरूर अंकित रहे।

इसके अलावा सीएचसी और पीएचसी पर अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सक और कर्मचारी की नियमित सूचना सीएचसी अधीक्षक अपने उच्चाधिकारियों को प्रतिदिन देंगे। संचारी रोगों की रोकथाम के लिये चलाये जा रहे अभियान की गति में तेजी लाई जाए। नालियों की नियमित सफ़ाई कराई जाए। साथ ही स्वच्छता और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखा जाए।

जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की बैठक में अधिकारियों को कार्यो में और अधिक सुधार लाने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि सभी अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए जिससे नियमित ओपीडी और आईपीडी चल सके। सीएचसी केंद्रों पर स्वास्थ्य सेवाओं सम्बन्धी कोई शिकायत न मिले नहीं तो सम्बंधित पर कार्यवाही की जाएगी।

जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं की शतप्रतिशत इंस्टीट्यूशन डिलीवरी न होने पर कड़ी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि सभी विकास खंडों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा अन्य सभी स्थानों पर बनाये गए डिलीवरी पॉइंट एक्टिव किये जायें और शतप्रतिशत इंस्टिट्यूशन डिलीवरी कराई जाए। इस कार्य में लापरवाही करने वालों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए साथ ही कहा कि जहाँ पर आवश्यकता हो वहाँ पर नए डिलीवरी पॉइंट बढ़ाये जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी जिम्मेदार यह सुनिश्चित कर ले कि जिला अस्पताल सहित सभी, सीएचसी और पीएचसी पर एक्सपायर दवाएं बिल्कुल भी न मिले, नहीं उनपर कार्यवाही की जाएंगी। साथ ही जरूरी दवाओं की उपलब्धता पर भी ध्यान रखे जिससे मरीजों को इधर उधर भटकना न पड़े।

आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर हो मरीजों की नियमित जांच

जिलाधिकारी ने कहा कि आयुष्मान अरोग्य मंदिरों पर नियमित जांच और ओपीडी सुनिश्चित की जाए। मरीजों की जांचे और उनको दवाओं की उपलब्धता हो।

जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने समीक्षा के दौरान कहा कि मातृ और शिशु मत्यु की रिपोटिंग कम है इसमें शतप्रतिशत रिपोर्टिंग की जाए और मृत्यु के कारणों का भी पता लगाया जाए।

जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि एएनएम और आशा टीकाकरण पर विशेष ध्यान दे। गर्भवती महिलाओं सहित कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहने पाए। जिन इलाकों में लोग टीकाकरण के प्रति उदासीनता है वहाँ लोगों को जागरूक करके शतप्रतिशत टीकाकरण कराया जाए।

जिन विकास खण्डों में डिप्थीरिया के एक्टिव केसेज मिले थे उनमें टीकाकरण पर विशेष ध्यान रखा जाए। आभा आईडी कार्ड बनाने की स्थिति जिले में संतोषजनक नहीं है। सम्बंधित अधिकारी आशाओं को निर्देशित कर आभा आईडी बनाने के कार्य में तेजी लाये।

जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य न करने वाली इनएक्टिव आशाओं पर कार्यवाही की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि इनएक्टिव आशाओं को कारण बताओ नोटिस जारी की जाए और अच्छा कार्य करने वाली आशा और एएनएम को प्रोत्साहित करने के लिये सम्मानित करें।

बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डी के श्रीवास्तव, डॉ राजीव सिंह, सभी सीएचसी अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम, आयुष्मान अधिकारी सहित सम्बंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

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