सिरौली गौसपुर बाराबंकी
सिरौली गौसपुर ब्लॉक के अंतर्गत पंचायत अलीनगर में चल रहा मनरेगा के अंतर्गत मनरेगा कार्य फर्जी हाजिरी का शिकार हो रहा महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना इसलिए चलाई गई कि इस योजना के तहत लोगों को रोजगार मिले और लोग अपनी जीविका चला सके लेकिन यहां तो पंचायत के जिम्मेदार लोग अपनी जेब गर्म करने में लगे है ।
सरकार की मंशा के अनुसार सरकार ने हाल ही में एक स्लोगन देकर एक अभियान शुरू किया उत्तर प्रदेश सरकार ने जीरो टॉरलेश नीति पर कार्य करने के लिए तमाम प्रयास किए लेकिन सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई जिससे अलीनगर। पंचायत में चल रहे मनरेगा कार्य से फर्जीवाड़ा की बू आ रही है।
पंचायत में 8 मास्टर रोल चल रहे है और इस मनरेगा के अंतर्गत चकबंध निर्माण कार्य करवाया जा रहा है जिनमें कुल हाजिरी आज दिनांक 2 मई को 71 लगाई गई जिसमें मास्टर रोल पर महिलाओं की हाजिरी 28 लगाई गई जबकि फोटो में साफ तौर से दिख रहा है।
कि एक भी महिला नहीं है महिलाओं को रोजगार देना यह सरकार की मुहिम है प्रधान जी ने रोजगार तो महिलाओं को दिया लेकिन सिर्फ कागजी खानापूर्ति पर जबकि सिरौली गौसपुर की खंड विकाश अधिकारी महिला ही है ।

और खंड विकास अधिकारी सिरौली गौसपुर महोदया जी का नाम आदिति श्रीवास्तव है एक महिला अधिकारी के होने के बावजूद इस तरह का मामला सामने आता है जहां पर महिलाओं की हाजिरी गलत लगाई गई या यूं कहा जाए फर्जी तरीके से यह डाटा केवल और केवल मात्र एक दिन का है ।
अगर पीछे और खंगाला जाए तो बहुत कुछ सामने आ सकता है वही जो भी ऑनलाइन पोर्टल केयर टेकर के द्वारा हाजिरी अपलोड की गई उस फोटो किसी भी व्यक्ति के पास कार्य करने वाला कोई यंत्र नहीं है जैसे फावड़ा झवा आदि वही अपलोड फोटो से साफ तरीके से समझा जा सकता है ।
कि रास्ते पर चलने वाले राहगीर की फोटो ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड की गई ऐसा इसलिए की जो फोटो 544 मास्टर रोल से लेकर 549 तक एक फोटो और उस फोटो में अपलोड आदमी सभी एक है और लगभग 17 वर्षीय एक लड़का साईकल पर बैठा है जिससे यह प्रतीत होता है कि अपलोड फोटो फर्जी है ।
वही इतना ही नहीं 541 से 544 तक फोटो एक ही अपलोड है वही 546 से 549 तक एक फोटो अपलोड की गई सरकार ने ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था इसलिए सुनिश्चित करवाई कि भ्रष्टाचार रोका जा सके लेकिन योगी जी की जीरो टॉर लेश नीति की कमर तोड़ देने का कार्य किया जाता है ।
क्योंकि ग्राम प्रधान जी ने उसका भी तोड़ निकाल लिया अब देखना यह। है कि आखिर जिले के तेज तर्रार जिला अधिकारी शशांक त्रिपाठी इस खबर को लेकर क्या रुख अपनाते है
